Arihant Is My Father - Children Bhajan

कितनी सुन्दर है वो राहे जो मंदिर तक जाती है,
चलो उठो दौड़ कर आओ बच्चों, प्यारी पाठशाला बुलाती है
महा मन्त्र के मंगलाचार से परिचय मेरा कराती है
प्रतिदिन बारी बारी से वो महापुरुषो की गाथा गाती है
चलो दौड़ कर ………

कभी तीर्थ का वर्णन करती
कभी सदाचार दिनचर्या सिखाती है
देव शास्त्र गुरुओ की परिभाषा और
तत्वों का ज्ञान कराती है
चलो दौड़ कर………

मुक्ति धाम की कविता गाकर
सुर में मुझे सुनाती है
जग में जो है सबसे उत्तम उनकी शरण कराती है
णमोकार की सुन्दर महिमा क्षण में मुझे सिखाती है
चलो दौड़ कर…….

पाठशाला ही है जो मुझको माँ वाणी से भेट कराती है
स्तुति माँ वाणी की करना सविनय यह सिखलाती है
सिद्ध सम सदा पद है मेरा
कह कर निर्भय बनाती है

चलो उठो दौड़ कर आओ बच्चों प्यारी पाठशाला बुलाती है